यह इस वर्ष का मेरा आखिरी कॉलम है, और सच तो यह है कि इसे लिखना कठिन है। कठिन है क्योंकि मुझे ऐसे कॉलम मिलते हैं जो आपको बीते साल का सार-संग्रह देते हैं जो अत्यंत नीरस हैं, और इससे भी अधिक नीरस वे हैं जो यह भविष्यवाणी करने का प्रयास करते हैं कि अगला वर्ष क्या लेकर आएगा। मेरे विचार में, राजनीतिक स्तंभों को वर्तमान क्षण का विश्लेषण करना चाहिए और अतीत या भविष्य पर ध्यान नहीं देना चाहिए, जिससे यह सोचना मुश्किल हो जाता है कि साल के अंतिम घंटों में क्या लिखा जाए। इसलिए, 2023 के इस आखिरी लेख को लिखने के लिए बैठने से पहले मैंने जो किया वह यह था कि अपनी आँखें बंद कर लीं और पिछले बारह महीनों के राजनीतिक परिवर्तनों को याद करने पर ध्यान केंद्रित किया, जिनका, मेरे विचार में, एक विशेष महत्व था।
नेताओं का भाषण चल रहा था। इसी बीच एक महिला बाहर निकलनेलगी। लेकिन वह मोदी जिंदाबाद के नारेलगा रही थी। बाहर उसेराजद
कार्यकर्ताओं नेघेर लिया और तानेदेनेलगे। हालात बिगड़ता देख महिला निकल गई।
राजद कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार की ओर से किए गए जाति सर्वेक्षण के बारे में भी जनता को बताया। इसके आधार पर आरक्षित जातियों के लिए उनके वर्तमान जनसंख्या के आधार पर आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी की गई है। राजद कार्यकर्ताओं ने आगे कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों पर भी ध्यान दे रही है। कार्यकर्ताओं ने राज्य को आगे बढ़ाने में जनता का समर्थन मांगा।
बिहार की राजनीति के जानकारों का मानना है कि राजद इस कार्यक्रम से बीजेपी और पीएम मोदी को जवाब देने की कोशिश कर रहा है। दरअसल जनता के बीच केंद्र सरकार की उपलब्धियों का भाजपा प्रचार कर रही है। राज्य से गुजर रहे विभिन्न रथ लोगों को बताते हैं कि कैसे मोदी का मतलब ‘गारंटी’ है। केंद्र की ओर से शुरू की गई कई जनकल्याणकारी योजनाएं गरीबों की स्थिति में सुधार कर रही हैं। इसकी काट के लिए राजद ने ‘कार्यकर्ता संवाद’ कार्यक्रम शुरू किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा लगभग तय हो गया है। अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पीएम मोदी के बिहार आने की योजना है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी 27 जनवरी को बिहार के दौरे पर आएंगे। बिहार में पीएम मोदी बेतिया में जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेतिया से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा अहम माना जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा 13 जनवरी को होनी थी, लेकिन बाद में यह तारीख स्थगित कर दी गई।
इस मौके पर आ रहे हैं बिहार आ रहे हैं प्रधानमंत्री Modi
लोक सभा चुनाव में अब बहुत कम समय रह गये लेकिन प्रधानमंत्री के बिहार आगमन की जानकारी मात्र से बिहार का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेतिया के सुगौली में 6500 करोड़ रुपए के इंडियन ऑयल की परियोजना का शुभारंभ करने वाले हैं। परियोजना के शुभारंभ के बाद वह बेतिया के रमना मैदान में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके लिए बिहार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर स्थानीय कार्यकर्ता तक तैयारी में जुट गए हैं